आसपास के उत्तरी इलाके को मुजफ्फरपुर शहर से जोड़नेवाली लाइफलाइन अखाड़ाघाट पुल दिनाेंदिन जर्जर हाेता जा रहा है। जबकि, उस पर ट्रैफिक लोड अत्यधिक है। हमेशा जाम लगा रहता है। दूसरी तरफ इसके विकल्प के रूप में 10 वर्षाें से निर्माणाधीन लकड़ीढाई पुल अब तक पूरा नहीं हाे सका है।
ऐसे में लकड़ीढाई पुल काे पूरा करा इससे आवागमन शीघ्र शुरू कराने की मांगें तेज हाे गई हैं। विभिन्न संगठन आगे आने लगे हैं। नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ने डीएम से स्वयं पहल कर इस पुल को जल्द से जल्द शुरू करने का आग्रह किया है।
कहा कि अखाड़ाघाट पुल अत्यधिक पुराना और कमजोर हो चुका है। यहां घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है। निर्माणाधीन लकड़ीढाई पुल से आवागमन शुरू करा दिया जाए ताे अखाड़ाघाट पुल से लोड घटेगा और शहर काे भीषण जाम से मुक्ति मिलेगी। चैंबर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम लाल पोद्दार ने कहा कि मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार की अघोषित राजधानी होने के साथ-साथ एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है।
यह नेपाल के समीवर्ती क्षेत्रों समेत सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, निर्मली, सहरसा, अररिया से जुड़ा है। सभी जगहों को मुजफ्फरपुर से जोड़ने के लिए ब्रिटिश काल में बना पुल अखाड़ाघाट ही है। इसे देखते हुए ही बिहार सरकार ने एक अतिरिक्त पुल का लकड़ीढाई में निर्माण कराने की योजना बनाई थी, लेकिन यह 10 वर्षों में भी पूरा नहीं हो सका है। दरभंगा से वायुयान सेवा शुरू हो चुकी है। इस कारण भी पुल पर अधिक दबाव है। ऐसे में लकड़ीढाई पुल को जल्द चालू कराया जाना जरूरी है।
INPUT: JNN