मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस ने शनिवार को बंजारा गिरोह के आठ शातिरों को भेल कॉलोनी के पास से दबोचा है। इनके पास से 13 मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। ये मोबाइल नेपाल और झारखंड में डकैती व लूटपाट के दौरान लूटे गए थे।
इसकी सर्विलांस जांच कराई जा रही है। पुलिस ने आईईएमआई नंबर से सिम और उसके धारक की खोजबीन शुरू कर दी है।
दारोगा मणिभूषण के बयान पर थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने एफआईआर दर्ज की है। इसमें सारण के तरैया थाना के मुन्नु तिवारी, गोपालगंज के मोहित कुमार, मुजफ्फरपुर के सुस्ता माधोपुर के राज किशोर, सकरा के राज कुमार, उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के मेहरडनी थाना के राम कुमार, देशराज, बिरेंद्र व नन्नी व अन्य को नामजद किया गया है। वर्तमान में सभी शातिर सदर थाना के पताही में तंबू लगाकर रहते थे। सदर थानेदार ने बताया कि गिरफ्तार शातिर बंजारा गिरोह के हैं। स्थानीय अपराधियों के साथ इनका नेटवर्क काम करता है। जब्त मोबाइल की जांच कराई जा रही है।
पुलिस टीम को देखकर भागने लगे
एफआईआर के मुताबिक, भेल कॉलोनी के समीप कुछ युवक खड़े थे। पुलिस की विशेष गश्ती गाड़ी देखकर भागने लगे। इसपर पुलिस टीम ने पीछा कर मुन्नु तिवारी, मोहित कुमार, राज किशोर और राज कुमार को दबोच लिया। इसके बाद सभी को थाने लाकर पूछताछ की गई। इसमें बताया कि वे राम कुमार, देशराज, बिरेंद्र, नन्नी से चोरी, लूट व छिनतई का मोबाइल लेकर बेचते हैं। कमीशन काटकर इनको पैसे देते थे। इनके पास से मिले मोबाइल नेपाल और झारखंड के हैं, जो चोरी, डकैती, लूट व छिनतई के हैं।
पूछताछ में पुलिस को शातिरों ने बताया कि वे गुलगुलिया बंजारा हैं। इनका मुख्य पेशा घूम-घूमकर चूड़ी-कंगन बेचना है। इसमें अधिक कमाई नहीं है। इस वजह से स्थानीय गिरोह के साथ मिलकर मोबाइल, पर्स व बैग आदि छिनतई जैसी वारदात को अंजाम देते हैं। फिर अपने तंबू में जाकर छिप जाते हैं। अगली सुबह फिर चूड़ी-कंगन बेचने में जुट जाते हैं। गिरफ्तार बंजारा गिरोह ने पुलिस को बताया कि गिरोह में कई स्थानीय युवक भी हैं, जो मोबाइल खपाने का काम करते थे। अधिक मोबाइल होने पर उनसे मोबाइल के माध्यम से संपर्क करते थे।
INPUT: Hindustan