शेखपुरा में पैसे की लालच में एक जमादार ने एसपी की गाड़ी को ही रोक दिया और नजराने की मांग करने लगा। उसकी इस करतूत को देख एसपी साहब ने मौके पर ही उसे सस्पेंड कर दिया। अब जमादार के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की जाएगी। इस मामले को देख प्रकाश झा की फिल्म अपहरण की याद ताजा हो गयी है।
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एसपी कार्तिकेय शर्मा की माने तो कसार थाने में प्रतिनियुक्त सहायक अवर निरीक्षक रणवीर प्रसाद को वाहनों से अवैध वसूली के मामले में सस्पेंड किया गया है। अब उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की जाएगी। जमादार रणवीर प्रसाद के बारे में इस बात की जानकारी मिली थी कि चांदी पहाड़ से पत्थर और डस्ट लेकर निकलने वाले वाहनों से वह अवैध वसूली करता था। वह बिना हेलमेट वाली बाइक को निशाना बनाता है और बाइक सवार को रोक कर पुलिस को धौंस दिखा 100-200 वसूल लेता है। अवैध वसूली की आदत ऐसी की इसने तो अपने सिनियर को भी नहीं छोड़ा।
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जमादार रणवीर प्रसाद के संबंध में जानकारी मिलने के बाद एसपी कार्तिकेय खुद बिना वर्दी के ही बाइक लेकर निकल पड़े। लेकिन अवैध वसूली की रणवीर की आदत ने एसपी साहब को भी नहीं बख्शा। पैसे की वसूली के लिए उसने एसपी साहब की बाइक को भी रुकवाया।
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और जब पास आकर बाइक सवार को देखा तो उसके होश उड़ गये। क्योंकि बाइक पर कोई आम आदमी नहीं बल्कि जिले के एसपी कार्तिकेय शर्मा सवार थे। जब तक वह एसपी साहब को कुछ बोल पाता तब तक उसे सस्पेंड किया जा चुका था। जमादार की सारी करतूतों को उन्होंने खुद अपनी आंखों से देखा और यह कदम उठाया।





INPUT: Firstbihar
