मुजफ्फरपुर जिले के टाउन थाना क्षेत्र के बालू घाट से पुणे पुलिस ने आभूषण कारोबारी रवि रंजन को गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी एक करोड़ 13 लाख रुपए के सोना गबन कांड में हुई। सोमवार को पुणे पुलिस टाउन थाना पहुंची। यहां थानेदार अनिल कुमार को पूरी घटनाक्रम से अवगत कराया। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद टाउन और पुणे पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर उसे उसके घर से दबोच लिया। पुणे पुलिस ने आभूषण कारोबारी रवि रंजन को पहले टाउन थाने पर लाकर पूछताछ की। फिर, उसको कोर्ट में प्रस्तुत कर पांच दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुणे निकल गई।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार, रवि रंजन ने पुणे में अपने चार पार्टनर के साथ मिलकर महाबीर डायमार्ट नाम से एक डायमंड की शॉप खोली थी। डायमंड कंपनी से एक करोड़ 13 लाख की ज्वेलरी लेकर उसका पैसा चुकता किए बिना ही फरार हो गया था। मामले में कंपनी के संचालक ने छह मार्च 2022 को पुणे के चतुरश्रृंगी थाने में गबन व धोखाधड़ी की धारा में FIR दर्ज कराया था। इसमें बालूघाट इलाके के रवि रंजन, महाराष्ट के पुणे की रहनेवाली मनीषा राटे और उड़ीसा के रहनेवाले श्याम सुंदर और उसकी पत्नी श्वदामनी श्याम सुंदर को आरोपी बनाया था।
युवती को किया जा चुका गिरफ्तार
केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने महाराष्ट्र की रहने वाली एक आरोपित मनीषा राटे को गिरफ्तार किया। इसके बाद रवि रंजन के मोबाइल के टावर लोकेशन को ट्रेस करते हुए चतुरश्रृंगी थाने की पांच सदस्यीय पुलिस टीम दारोगा महेश भोसले के नेतृत्व में टाउन थाना पहुंची। आरोपी का लोकेशन पहले अहियापुर थाना क्षेत्र में मिला। जब अहियापुर थाने पर पुलिस टीम पहुंची तो वहां पुणे पुलिस का सहयोग नहीं किया गया। इसके बाद उसका लोकेशन बालूघाट में मिला तो पुणे पुलिस टाउन थाने पहुंची। यहां की पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया।
INPUT: Bhaskar