बिहार में गुरुजी को आया अपनी ही शिष्या पर दिल, मंदिर में ले जाकर भर दी मांग और रचा ली शादी

पश्चिम चंपारण में एक शिक्षक ने कोचिंग की छात्रा की मांग में सिन्दूर भर शादी रचायी। गुरु और शिष्या की अंतरजातीय शादी को देखने के लिए कई लोग मौके पर पहुंच गये। शिक्षक ब्राह्मण जाति से हैं जबकि छात्रा महादलित समाज से आती हैं। बीच समाज के सामने कोचिंग के शिक्षक ने छात्रा की मांग भर दी। ऐसे में एक बार फिर गुरु और शिष्या का पवित्र रिश्ता शर्मसार हो गया।

बताया जाता है कि पूर्वी चंपारण के फुलवरिया पंचायत निवासी योगेन्द्र पांडेय के पुत्र साहेब पाडेय सेनुअरिया में इंजेलीजेंट कोचिंग सेंटर चलाता है। मझौलिया प्रखंड के रुलही पंचायत के वार्ड संख्या 5 के रहने वाले दिनेश राम की पुत्री करीना कुमारी उस कोचिंग में पढ़ने जाती थी। कोचिंग में पढ़ाई के क्रम में ही गुरु और शिष्या के बीच प्यार हो गया। प्यार इतना परवान चढ़ा की दोनों ने शादी करने की ठान ली।

फिर क्या था दोनों ने किसी तरह अपने परिजनों को इस शादी के लिए मनाया। जिसके बाद बखरिया पंचायत के वार्ड वन स्थित ब्रह्मस्थान के प्रांगण में अपने-अपने परिजनों के पहुंच गये और भगवान को साक्षी मानते हुए शिक्षक ने शिष्या को अपनी पत्नी मान लिया। छात्रा की मांग में सिन्दूर डाल समाज के सामने शिक्षक ने शादी रचा ली।

इस शादी में फुलवरिया के समाजसेवी धर्मेंद्र पाडेय, उदय पांडेय, विजय कुमार, जयकांत मिश्रा, राधेश्याम पांडेय एवं रुलही पंचायत के मुखिया पति मनिल सिंह, सरपंच भूषण दूबे, वार्ड सदस्य जलेसर राम सहित दोनों परिवार के लोग मौजूद रहे जिनकी उपस्थिति में दोनों की शादी संपन्न हुई।

INPUT: Firstbihar

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