राजधानी पटना में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा एंठने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. इस मामले में पत्रकार नगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. प्रतियोगिता परीक्षा को पास कराकर नौकरी दिलाने वाला चार सेटर गिरफ्तार किये गये हैं. गिरफ्तार ठगों के पास से सिम कार्ड लगाने वाला आठ ब्लूटूथ, 21 ब्लूटूथ स्पीकर,कई प्रतियोगिता परीक्षा के प्रवेश पत्र, चार एटीएम, एसबीआई के खाते में नौ लाख की जमा रकम समेत अवैध लेनदेन के कागजात बरामद किये गये हैं. एसबीआई के खाते को फ्रीज कर दिया गया है.
जिन जालसाजों की गिरफ़्तारी हुई है उनकी पहचान मनोज कुमार उर्फ हरी, विकास कुमार, गोपेश कुमार और प्रभात कुमार के रूप में हुई है. विकास होमगार्ड का जवान है. मनोज और विकास गया के टेकारी थानांतर्गत मुरगी बिगहा मोहल्ले का रहने वाला है, जबकि गोपेश और प्रभात नालंदा जिले के सरमेरा थाना क्षेत्र के चेरों के निवासी हैं.
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कर अभ्यर्थियों को सफलता दिलाने का दावा करते हैं. उनके पास से केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती बोर्ड) के अभ्यर्थियों का प्रवेशपत्र मिला, जिसका सत्यापन कराया जा रहा है. गिरफ्तार विकास ने खुद को होमगार्ड का जवान बताया है. उसकी तैनाती अभी लखीसराय जिले के बड़हिया थाना क्षेत्र में है. उसका कहना है कि वह एक साल से जालसाज गिरोह के संपर्क में है. वह अभ्यर्थियों को जाल में फंसाने का काम है. सिपाही भर्ती में लिखित परीक्षा पास करने के लिए उसने 25 अभ्यर्थी से छह-छह लाख रुपये लिए हैं.
गौरतलब है कि गर्दनीबाग हाईस्कूल ग्राउंड में सिपाही भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की शारीरिक परीक्षा ली जा रही है. इस दौरान अब तक तीन दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जिन्होंने स्कालर या दूसरे माध्यम से लिखित परीक्षा पास की और शारीरिक दक्षता परीक्षा देने खुद आए थे.
INPUT: Firstbihar