बच्चों को चमकी बुखार से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने विभिन्न क्षेत्रों के 21,554 कर्मियों को लगाया है. प्रशिक्षण के बाद उनके काम का बंटवारा कर दिया गया है. इनमें डॉक्टर, एएनएम, आशा, शिक्षक, जीविका सहित अन्य विभागों के कर्मी शामिल हैं. जिले में एइएस से बच्चों का बचाव हो और बीमारी हो जाये, तो उसका तुरंत इलाज किया जाये, इसके लिए इतनी बड़ी संख्या में कर्मियों को लगाया गया है. इसमें सबसे अधिक शिक्षक हैं, जो स्कूलों में बच्चों को एइएस से बचाव के लिए जागरूक कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूची में सभी कर्मियों की संख्या का विवरण दिया गया है.
बच्चों में एइएस का लक्षण दिखे, तो करें फोन
स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों को एइएस के त्वरित इलाज के लिए विभिन्न प्रखंडों के अस्पतालों का नंबर जारी किया है. इन नंबरों पर 24 घंटे परामर्श व इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी. यदि कोई बच्चा चमकी या बुखार से पीड़ित होता है तो अभिभावक इन नंबरों पर फोन करें. उन्हें तुरंत इलाज की सुविधा मिलेगी.
प्रखंड—- मोबाइल नंबर
औराई —- 8544421566
बंदरा —- 8544421601
बोचहां —- 8544421564
गायघाट—- 8544421565
कांटी —- 8544421569
कटरा —- 8544421550
कुढ़नी —- 8544421591
मड़वन —- 9102606724
मीनापुर —- 8544421592
प्रखंड मोबाइल नंबर
मोतीपुर —– 8544421593
मुरौल —– 8544421591
मुशहरी —– 4201167255
पारू —– 8544421596
साहेबगंज —– 8544421597
सकरा —– 8544421598
सरैया —– 8544421559
सदर अस्पताल
0621-2266055, 56
कर्मी—–संख्या
मेडिकल ऑफिसर— 195
आयुष- 26
ब्लॉक लेवल ऑफिसर—- 211
जीएनएम व एएनएम—- 739
आशा फैसिलेटर—- 179
आशा—- 3043
एलएस—- 101
एडब्ल्यू डब्ल्यू —- 4076
पीआरआई मेंबर्स—- 1713
एचएम —- 2186
शिक्षक—- 5009
आरएचपी—- 394
पंचायत सचिव—- 55
जीविका ब्लॉक लेवल—- 197
विकास मिश्र—- 342
एंबुलेंसकर्मी—- 130