राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी इलाके में रविवार को हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्यों ने तिरंगा यात्रा निकाली. यह इलाका अभी भी भारी सुरक्षा घेरे में है. लेकिन अमन और शांति के लिए दिल्ली पुलिस ने शाम 6 बजे प्रस्तावित यात्रा को निकालने की अनुमति दी थी. पुलिस ने केवल 50 सदस्यों को यात्रा में भाग लेने की अनुमति दी थी. ये तिरंगा यात्रा करीब 1 किलोमीटर लंबी रही. इस यात्रा का मकसद पूरे इलाके में भाईचारा कायम करना है. तिरंगा यात्रा जहांगीरपुरी के कुशल चौक से शुरू होकर आजाद चौक पर खत्म हुई.
इससे पहले बीते शनिवार की शाम को स्थानीय शांति समिति, अमन समिति के प्रतिनिधियों ने दोनों समुदायों के बीच भाईचारे का संदेश फैलाते हुए कैमरों पर एक-दूसरे से मुलाकात की और गले मिले थे.
इन अमन समितियों का गठन 1980 के दशक में किया गया था. ताकि राष्ट्रीय राजधानी में सभी धार्मिक उत्सव एक समुदाय की भावनाओं को आहत किए बिना हो सकें. अमन समिति में पुलिस अधिकारी, राजनीतिक दलों के सदस्य और विभिन्न समुदायों के प्रमुख निवासी शामिल हैं.
गौरतलब हो कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान जहांगीरपुरी इलाके में गंभीर सांप्रदायिक झड़पें हुईं, जिसमें आठ पुलिसकर्मियों सहित नौ लोग घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने अब 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पूरे क्षेत्र में अवैध संरचनाओं को हटाने के लिए एक विध्वंस अभियान चलाया गया.