तीन दिन पहले जब राबडी आवास में दावत-ए-इफ्तार चल रहा था तो उसी कैंपस के एक बंद कमरे में अलग ही खेल हो रहा था. ऐसा खेल जिसने जंगलराज की याद ताजा कर दी. राबड़ी आवास के एक कमरे में राजद के एक प्रमुख नेता को नंगे करके पीटा जा रहा था. उसे ताबड़तोड़ गालियां दी जा रही थीं. इस घटना के बाद सदमे में पड़े राजद नेता ने आज प्रदेश कार्यालय पहुंच कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
राबड़ी आवास में जंगलराज रिटर्न्स
ये वाकया राजद के किसी सामान्य कार्यकर्ता के साथ नहीं बल्कि पार्टी के पटना महानगर युवा अध्यक्ष रामराज यादव के साथ हुई. इससे बड़ी बात सुनिये. रामराज यादव चीख-चीख कर कह रहे हैं कि इस घटना को लालू-राबड़ी के बड़े तेजप्रताप यादव ने अंजाम दिया. रामराज यादव की जुबानी इस कहानी को जानिये..
दावत-ए-इफ्तार में मैं तीन नंबर पंडाल की व्यवस्था देख रहा था. अचानक तेजप्रताप यादव आये औऱ मुझे अपने साथ चलने को कहा. वे मुझे एक कमरे में ले गये. उनके साथ चार-पांच और लोग थे. तेजप्रताप यादव ने मुझे राबड़ी आवास के कमरे में बंद कर दिया. फिर तेजप्रताप यादव ने मेरा कपड़ा उतार दिया. उसके बाद तेजप्रताप मुझे पीटने लगे. उनका एक सहयोगी वीडियो बना रहा था. तेजप्रताप यादव खुद लात-जुते औऱ मुक्के से मुझे मार रहे थे. तेजप्रताप ने 18 मिनट में मुझे 500 से ज्यादा बार मां-बहन की गालियां दी. वे तेजस्वी यादव को गाली दे रहे थे. जगदानंद सिंह को गाली दे रहे थे. और तो और लालू जी के बारे में भी गंदे शब्द बोल रहे थे.”
रामराज यादव सोमवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में अपना इस्तीफा देने पहुंच गये. प्रदेश कार्यालय के अंदर तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह बैठक कर रहे थे. बाहर रामराज यादव रो रहे थे. वे कह रहे थे कि तेजप्रताप यादव ने उन्हें पीटने से पहले एक वीडियो दिखाया. इसमें वे किसी और को पीट रहे थे. तेजप्रताप यादव ने कहा कि मैं जिसे मारता हूं उसका वीडियो बनाता हूं. आज तुम्हारा भी बनाऊंगा.
रामराज यादव बोले-“मैंने पार्टी के लिए क्या-क्या नहीं किया. लाठी खायी है. पुलिस की लाठी से मेरा कमर टूट गया था जो अब तक ठीक नहीं हुआ है. मैंने क्या गुनाह किया जो मेरे साथ ये हुआ. मुझे कमरे में बंद कर नंगे करके पीटा जा रहा था. मैं बार-बार पूछ रहा था कि मेरा गुनाह क्या है. बदले में तेजप्रताप यादव ताबडतोड़ गालियां दे रहे थे. वे कह रहे थे- मा…. तू तेजस्वी का झंडा ढ़ोता है. तेरा नंगा वीडियो वायरल करेंगे. तेजप्रताप यादव बिना गाली के एक लाइन नहीं बोल रहे थे.”
रामराज यादव ने आज मीडिया को बताया कि लगभग 20 मिनट तक उनकी पिटाई की गयी. उसके बाद वे जान बचाकर भागे. रामराज यादव ने बताया कि लालू-राबडी आवास के बाहर उनकी अपनी गाड़ी खड़ी थी लेकिन वे डर से दूसरी की गाड़ी में सवार होकर वहां से भागे.