नगर निगम में चुनावी सरगर्मी के बीच सोमवार को मेयर राकेश कुमार पिंटू ने योजनाओं का पिटारा खोल दिया। एक साथ 27 योजनाओं का एस्टीमेट बनाते हुए टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा। जबकि, नगर आयुक्त ने सरकार को नगर निगम का बजट स्वीकृत नहीं होने की स्थिति में वित्तीय व्यय की संकट से अवगत कराया है। इस पत्र की कॉपी नगर आयुक्त ने मेयर व डिप्टी मेयर को भी उपलब्ध कराई है।
19 अप्रैल को नगर निगम बोर्ड की बैठक में नगर निगम का बजट पास होना था, जो नहीं हो सका। इसी को लेकर मेयर व नगर आयुक्त में तकरार चल रही है। 19 अप्रैल की बैठक की प्रोसीडिंग भी अब तक नहीं निकली है, इस पर संशय बना हुआ है। सोमवार को नगर आयुक्त ने नगर पालिका स्वच्छता एवं विकास निदेशालय के संयुक्त निदेशक को पत्र लिखकर सूचना दी कि समय पर नगर निगम का 2022-23 का बजट तैयार कर लिया गया था। एमएलसी चुनाव को लेकर डीएम से निगम बोर्ड की बैठक के लिए इजाजत मांगी गई थी।
लेकिन अनुमति नहीं मिल सकी। 11 अप्रैल को सशक्त स्थाई समिति की बैठक बुलाई गई थी। इसमें बजट के संशोधन के बाद बजट को पारित कर दिया गया। लेकिन 19 अप्रैल को नगर निगम बोर्ड की बैठक में बजट को पारित करना था, जो पारित नहीं किया गया। बजट पारित नहीं होने की स्थिति में निगम के वित्तीय संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बजट को लेकर के मार्गदर्शन