भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई ‘अग्निपथ’ स्कीम का पूरे बिहार में जबरदस्त विरोध हो रहा है. ‘अग्निपथ’ को लेकर युवाओं का आक्रोश बिहार के कई जिलों में शनिवार यानी चौथे दिन भी जारी है. प्रदर्शनकारियों द्वारा खासकर ट्रेनों को निशाना बनाया जा रहा है.
ऐसे में ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला किया है. आज से यानी 18 जून से 20 जून तक रात 8 से सुबह 4 बजे तक ही ट्रेनें चलेंगी. अब बिहार में पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने वाली ट्रेनें आज से 20 जून तक रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक ही चलेंगी.
पूर्व मध्य रेलवे के CPRO वीरेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेनों को गुजारने के लिए सेफ कॉरीडोर बनाया गया है. दूसरे जोन की ट्रेनें रि-शेड्यूल करके आएंगी तो उन्हें बिहार गुजारा जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां 5 बजे से पत्थर चलाने लगते हैं.‘ अग्निपथ’ स्कीम को लेकर शुक्रवार को बिहार में प्रदर्शनकारियों ने भारी विरोध करते हुए राज्य के कई स्टेशनों पर तोड़फोड़ और आगजनी की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 10 ट्रेनों में आग लगा दिया था. ट्रेन में आग लगने की वजह से लखीसराय में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी.
भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई ‘अग्निपथ’ स्कीम को लेकर बिहार के कई जिलों में शनिवार यानी चौथे दिन भी प्रदर्शनजारी है. अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग को लेकर आज विभिन्न छात्र संगठनों ने बिहार बंद बुलाया था. आरजेडी, जीतनराम मांझी की मांझी की पार्टी हम समेत बिहार की तमाम विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया. बंद के दौरान उपद्रव की संभावना को देखते हुए कई जिलों में धारा 144 लागू है.
वहीं सरकार ने मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और दरभंगा समेत 15 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है. फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सएप समेत 22 सोशल साइटों और एप्स पर 17 जून की दोपहर 2:00 बजे से 19 जून तक किसी तरह का मैसेज के आने जाने को बैन कर दिया है. वहीं ट्रेनों में आगजनी और रेल परिसरों में शुक्रवार को हुए उपद्रव को देखते हुए रेलवे ने 18 जून को कुल 315 ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
बता दें कि केंद्र सरकार ने सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. इस योजना के तहत 4 साल के लिए सेना के तीनों अंगों में युवाओं की भर्ती की जाएगी. हर साल 10वीं और 12वीं पास सारे 17.5 साल से 21 साल के 46 हजार युवाओं की भर्ती होगी जो अग्निवीर नाम से जाने जाएंगे.
4 साल बाद योग्यता के आधार पर 25% तक अग्निवीरों को सेना में लंबी अवधि के लिए रखा जाएगा. बाकी को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा. 4 साल की सेवा पूरी होने के बाद अग्निवीरों को 10.4 लाख रुपए की सेवा निधि और उस पर ब्याज मिलाकर कुल 11.71 लाख मिलेंगे.